पंडित देवेंद्र नागर जी का परिवार सदियों से धार्मिक समारोह में रहा है | ज्योतिष शास्त्र में सफलतापूर्वक ज्ञान अर्जित करने के बाद में लोगों की समस्याएं दूर करने के लिए पंडिताई करने का निर्णय लिया |पंडित देवेंद्र नागर जी
मंगल भात पूजा उज्जैन में क्यों होती है? मंगल ग्रह का जन्म स्थान उज्जैन माना गया है इस वजह से मंगल ग्रह के जन्म स्थान पर भव्य मंगल नाथ का मंदिर बनाया गया है. पुरातन काल से इस मंदिर में मंगल
कालसर्प दोष निवारण उज्जैन में क्यों किया जाता है? अवंतिका नगरी उज्जैन बाबा महाकाल का स्थान है यह स्थान मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है पुराणों में यह कहा गया है की जो भी व्यक्ति उज्जैन नगरी में कालसर्प दोष
Pitra Dosh Puja Ujjain में करने का क्या महत्व है ? पितृ दोष पूजन करने के लिए पुराणों में जो चार वृक्षों का वर्णन किया है उसमें से एक वृक्ष उज्जैन स्थित भैरवगढ़ के पूर्व में शिप्रा नदी के किनारे